Sirsa News: चौपटा क्षेत्र के 3 गांवों में हिसार घग्गर सेमनाला टूटा, गुड़िया खेड़ा में पानी बरपा रहा कहर

Hindi News Line, Nathusari Chopta: भारतीय किसान एकता (बीकेई) के प्रदेश अध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख अपनी टीम के साथ सिरसा जिले के गांव गुड़िया खेड़ा में पहुंचे. वहां पहुंचकर उन्होंने हिसार घग्गर ड्रेन (सेमनाला) से प्रभावित किसानों और ग्रामीणों से मुलाकात की. उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में हर साल हिसार घग्गर ड्रेन की वजह से किसानों का बड़े स्तर पर नुकसान हो रहा है. इस बार भी मानसून सीजन के दौरान जल स्तर बढ़ने से हिसार, फतेहाबाद और सिरसा जिले के किसानों की हजारों एकड़ फसल से सेमनाले ने डुबो दी है. ऐलनाबाद हलके का चौपटा तहसील का इलाका पिछले कई सालों सेमग्रस्त क्षेत्र है.
हिसार घग्गर ड्रेन टूटी
गांव गुड़िया खेड़ा के पास मोडिया खेड़ा के रकबे में सेमनाला टूटने से बकरियांवाली, मोडिया खेड़ा और गुड़िया खेड़ा के किसानों की लगभग 3500 एकड़ तैयार फसल पानी में डूब गई. इतना ही नहीं बल्कि खेतों में बनी कई ढाणियों के मकानों को भी चपेट में ले लिया है. खेतों में लगे सोलर पैनल भी पानी में डूबने से खराब हो गए हैं. हिसार घग्गर ड्रेन में पानी अभी भी ओवरफ्लो बह रहा है. बृहस्पतिवार को गांव जंडवाला, चाहरवाला और शक्कर मंदौरी की सीमा में भी हिसार घग्गर ड्रेन टूट गई थी. टूटी हुई ड्रेन से रात भर पानी बहने के बाद सुबह ग्रामीणों ने कड़ी मशक्कत के साथ बांध दिया.
ग्रामीण दे रहे ड्रेन पर पहरा
ड्रेन की वजह से सेम ज्यादा बढ़ गई है. गुड़िया खेड़ा की तरफ कई ग्रामीणों के मकान भी सेम से खराब हो रहें है. गांव के ही एक किसान गिरधारी लाल सांगवान के पक्के घर के फर्श पर लगी टाइलें और उनके नीच की जमीन धस रही है. गुड़िया खेड़ा के ग्रामीणों ने बताया कि दिन-रात पूरा गांव ड्रेन पर पहरा देकर गांव को बचाने की कोशिश कर रहा है. प्रतिदिन तीन वार्डो के ग्रामीणों की ड्रेन पर पहरा देने के लिए ड्यूटी लगाई जाती है. साथ ही ग्रामीण अपने ट्रैक्टर-ट्राली से अपने खर्चे पर ड्रेन के बांधों पर मिट्टी डाल रहे हैं.
औलख ने कहा कि केमिकल वाला पानी सेमनाले में आ रहा है जिसकी वजह से लोगों को चर्म रोग हो रहा है और पशु भी बीमार पड़ रहें है. हमारी जिला प्रशासन से अपील है कि सेमनाले से प्रभावित क्षेत्र में मेडिकल की टीम भी भेजी जाए. साथ ही सरकार किसानों की हर संभव मदद करें.