UP News: गोरखपुर में नई रेल लाइन के लिए पांच गांवों में होगा जमीन अधिग्रहण, यात्रियों और व्यापारियों को मिलेगी बड़ी राहत
UP News: उत्तर प्रदेश में प्रस्तावित नई रेलवे लाइन महाराजगंज जिले के कई गांवों से होकर गुजरने वाली है। इस परियोजना के लिए अब तक 38 गांवों की जमीन का अधिग्रहण पूरा हो चुका है। वहीं, रेलवे प्रशासन ने अधिसूचना जारी कर पांच और गांवों से भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

Gorakhpur News: आनंदनगर-घुघली नई रेल लाइन परियोजना (52.7 किमी) के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। महराजगंज के फरेंदा तहसील के पांच गांवों की जमीन अधिग्रहण को लेकर अधिसूचना जारी की गई है और किसानों से एक माह के भीतर आपत्तियां मांगी गई हैं। इससे पहले इस रूट पर 38 गांवों की भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है।
बिहार रूट की ट्रेनों का संचालन होगा आसान
उधर, महराजगंज से घुघली के बीच रेल लाइन निर्माण के लिए रेल प्रशासन ने टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर ली है और निर्माण एजेंसी भी नामित कर दी गई है। जल्द ही इस रूट पर रेल लाइन बिछाने का काम शुरू होने की संभावना है। इस परियोजना के पूरा होने के बाद बिहार रूट की ट्रेनों को चलाने के लिए एक नया विकल्प उपलब्ध हो जाएगा। आनंदनगर-घुघली नई रेल लाइन परियोजना महराजगंज जिले से होकर गुजरेगी और इसे 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया है। लगभग 958.27 करोड़ रुपये की लागत से बन रही इस रेल लाइन से गोंडा और पनियहवा के बीच की दूरी करीब 42 किलोमीटर कम हो जाएगी।
परियोजना को दो चरणों में पूरा किया जाएगा—पहले चरण में घुघली से महराजगंज तक और दूसरे चरण में महराजगंज से आनंदनगर तक रेल लाइन का निर्माण होगा। रेलवे ने जंगल जोगियाबारी, अलदहिया महादेवा, गोपालपुर, कम्हरिया खुर्द और सेमराडाडी गांवों में 15.46 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण के लिए अधिसूचना जारी कर दी है। इसमें कुल 201 आराजी नंबर की भूमि किसानों से ली जाएगी।
पहले चरण में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी
पहले फेज के तहत घुघली से महराजगंज तक रेल लाइन बिछाई जाएगी। इस दौरान महुअवा में नए रेलवे स्टेशन के लिए भूमि पूजन कार्यदायी संस्था की ओर से किया भी जा चुका है। वहीं जिन घरों की जमीन इस परियोजना में आ रही है, उन्हें हटाने के लिए नोटिस जारी किया गया है। आनंदनगर-घुघली वाया महराजगंज नई रेलवे लाइन परियोजना के पहले चरण में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और साथ ही टेंडर भी फाइनल कर लिया गया है। बहुत जल्द इस परियोजना पर फिजिकल काम की शुरुआत होने वाली है। वहीं, दूसरे चरण के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य तेजी से चल रहा है।
इस रेल लाइन के बन जाने से गोरखपुर को बाईपास करते हुए एक अतिरिक्त रेलमार्ग उपलब्ध होगा। साथ ही, महराजगंज जिला मुख्यालय भी सीधे रेलवे नेटवर्क से जुड़ जाएगा, जिससे यहां के यात्रियों और व्यापारियों को बड़ी राहत मिलेगी। नई रेल लाइन के बिछने से बिहार की ट्रेनों को चलाने के लिए मिलेगा वैकल्पिक रूट मिलेगा।