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हरियाणा में KMP एक्सप्रेसवे बनेगा किसानों का अलादीन का चिराग, 700 गांवों में होगी भूमि अधिग्रहण

Haryana News: देश में हाल के वर्षों में इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण की रफ्तार ने विकास की दिशा बदल दी है। इस मेगा इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट के अंतर्गत कुल 760 गांवों की जमीन अधिग्रहित करने की तैयारी है। जिससे जमीन की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है।

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हरियाणा में KMP एक्सप्रेसवे बनेगा किसानों का अलादीन का चिराग, 700 गांवों में होगी भूमि अधिग्रहण

Kundli Manesar Palwal Expressway: देश में हाल के वर्षों में इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण की रफ्तार ने विकास की दिशा बदल दी है। हाईवे, एक्सप्रेसवे और रेलवे के विस्तृत नेटवर्क ने न सिर्फ आवागमन को सरल बनाया है, बल्कि इनके आसपास बसे क्षेत्रों में रियल एस्टेट, उद्योग और शहरीकरण की नई संभावनाएं भी विकसित की हैं। इसी श्रृंखला में एनसीआर क्षेत्र के लिए एक बड़ा बदलावकारी कदम साबित हो रहा है कुंडली–मानेसर–पलवल (KMP) एक्सप्रेसवे, जिसके दोनों ओर पांच नए शहरों के विकास की योजना पर तेजी से काम हो रहा है।

135.6 किलोमीटर लंबा एक्सप्रेसवे बनेगा ग्रोथ का नया हब

करीब 135.6 किलोमीटर लंबा KMP एक्सप्रेसवे पहले ही एनसीआर के लिए एक महत्वपूर्ण परिधीय मार्ग के रूप में काम कर रहा है। इसे जब ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे से जोड़ दिया जाता है, तो पूरा रिंग कॉरिडोर लगभग 270 किलोमीटर लंबा बन जाता है, जो दिल्ली के बाहर वाहनों की आवाजाही को संचालित कर राजधानी में ट्रैफिक दबाव घटाने में मदद करता है।

इस पूरे बेल्ट में पिछले दो वर्षों में रियल एस्टेट गतिविधियों में तेजी आई है। एक्सप्रेसवे की कनेक्टिविटी और सरकार की नई शहरी योजनाओं की वजह से आसपास के इलाकों में कई डेवलपर्स ने प्रोजेक्ट शुरू किए हैं, जिससे जमीन की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है।

HSIIDC को मिली 5 नए शहर विकसित करने की जिम्मेदारी

हरियाणा सरकार ने इन पांच शहरों के विकास की जिम्मेदारी हरियाणा स्टेट इंडस्ट्रियल एंड इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (HSIIDC) को सौंपी है। इन शहरों का मास्टर प्लान वर्ष 2041 की अनुमानित जनसंख्या को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जा रहा है, ताकि भविष्य में बढ़ने वाली आबादी, उद्योगों और वाणिज्यिक गतिविधियों को सुचारू रूप से संचालित किया जा सके। सरकार इस प्रोजेक्ट के लिए पहले ही ‘पंचग्राम विकास प्राधिकरण’ का गठन कर चुकी है, जो भूमि अधिग्रहण, जोनिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर प्लानिंग और शहरी ढांचे के निर्माण की पूरी प्रक्रिया की निगरानी करेगा।

760 गांवों की भूमि होगी अधिग्रहण प्रक्रिया में शामिल

इस मेगा इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट के अंतर्गत कुल 760 गांवों की जमीन अधिग्रहित करने की तैयारी है। हालांकि गांवों की आधिकारिक सूची अभी जारी नहीं की गई है, क्योंकि भूमि अधिग्रहण और जोनिंग पर विस्तृत सर्वेक्षण जारी है। संभावित रूप से ये गांव सोनीपत, झज्जर, गुरुग्राम, नूंह और पलवल जिलों से शामिल होंगे। सरकार का लक्ष्य इन शहरों को औद्योगिक, लॉजिस्टिक और कमर्शियल हब के रूप में विकसित करना है, जहां बड़े पैमाने पर रोजगार और निवेश के अवसर तैयार किए जाएंगे।

सोहना में 1000 एकड़ में तैयार होगी ‘ग्लोबल सिटी’

इसी विकास मॉडल को आगे बढ़ाते हुए हरियाणा सरकार सोहना क्षेत्र में लगभग 1000 एकड़ भूमि पर ‘ग्लोबल सिटी’ का निर्माण कर रही है। इस प्रोजेक्ट को हरियाणा का पहला अंतरराष्ट्रीय स्तर का मिश्रित उपयोग (Mixed-Use) शहरी केंद्र माना जा रहा है।

ग्लोबल सिटी में मिलने वाली प्रमुख सुविधाएं होंगी

अत्याधुनिक स्मार्ट रोड नेटवर्क

उच्च गुणवत्ता वाली पेयजल आपूर्ति

अत्याधुनिक सीवरेज और स्टॉर्म वॉटर ड्रेनेज सिस्टम

ऊर्जा प्रबंधन की आधुनिक तकनीक

विश्व स्तरीय कमर्शियल और रेसिडेंशियल इंफ्रास्ट्रक्चर

इसके अलावा, राज्य सरकार द्वारा प्रस्तावित 10 इंडस्ट्रियल मॉडल टाउनशिप (IMT) में से 5 को मंजूरी पहले ही मिल चुकी है, जबकि बाकी 5 की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है।

KMP के दोनों ओर विकसित होंगे 5 नए शहर

हरियाणा सरकार ने KMP एक्सप्रेसवे के दोनों किनारों पर पांच नए शहर बसाने की औपचारिक योजना तैयार कर ली है। इन शहरों में उद्योग, व्यापार, परिवहन, आधुनिक आवासीय योजनाएं और स्मार्ट सिटी मॉडल पर आधारित इंफ्रास्ट्रक्चर शामिल होगा। यह प्रोजेक्ट न केवल हरियाणा बल्कि पूरे NCR क्षेत्र के लिए आर्थिक उछाल का बड़ा स्रोत बन सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस पूर्ण रिंग कॉरिडोर के विकसित होने से NCR का विस्तार नए क्षेत्र तक होगा और यहां रोजगार, निवेश और शहरी सुविधाओं में अभूतपूर्व वृद्धि देखी जाएगी।

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