Delhi-Ncr में नया फ्लाईओवर 50 गांवों को देगा ट्रैफिक जाम से राहत, रोजाना की परेशानी होगी खत्म
Haryana News: नेशनल हाईवे से ग्रामीण इलाकों को कुंडली–गाजियाबाद–पलवल (KGP) एक्सप्रेसवे तक जोड़ने वाला प्याला फाटक क्षेत्र जल्द ही स्थानीय निवासियों के लिए बड़ी राहत लेकर आने वाला है। अधिकारियों के अनुसार, फ्लाईओवर चालू होने के बाद कम से कम 50 गांवों के लोगों को तेजी से और सुरक्षित आवागमन की सुविधा प्राप्त होगी।
Delhi NCR News: नेशनल हाईवे से ग्रामीण इलाकों को कुंडली–गाजियाबाद–पलवल (KGP) एक्सप्रेसवे तक जोड़ने वाला प्याला फाटक क्षेत्र जल्द ही स्थानीय निवासियों के लिए बड़ी राहत लेकर आने वाला है। वर्षो से चले आ रहे जाम, बंद फाटक और दुर्घटनाओं की समस्या को दूर करने के लिए यहां फ्लाईओवर का निर्माण तेज गति से जारी है। रेलवे और स्थानीय प्रशासन ने इस परियोजना को क्षेत्र के ट्रैफिक मैनेजमेंट और विकास से जुड़ी महत्वपूर्ण पहल बताया है।
जून–जुलाई 2026 तक बनने की संभावना
रेलवे अधिकारियों ने जानकारी दी कि फ्लाईओवर का निर्माण दिसंबर 2024 में शुरू किया गया था और अब तक लगभग 30 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। विभाग ने लक्ष्य निर्धारित किया है कि जून–जुलाई 2026 तक यह परियोजना पूरी तरह तैयार कर ली जाएगी। अधिकारियों के अनुसार, फ्लाईओवर चालू होने के बाद कम से कम 50 गांवों के लोगों को तेजी से और सुरक्षित आवागमन की सुविधा प्राप्त होगी।
35 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रहा प्रोजेक्ट
प्याला फाटक पर यह फ्लाईओवर लगभग 35 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है। यह क्षेत्र फरीदाबाद के ग्रामीण और शहरी हिस्सों के बीच संपर्क का महत्वपूर्ण मार्ग है। यहां भारी मात्रा में वाहन ट्रैफिक गुजरता है, जिसके कारण हर दिन लंबे समय तक जाम की स्थिति बनी रहती है। रेलवे फाटक पर अक्सर ट्रेनों की आवाजाही के दौरान फाटक बंद होने से लोगों को 15 से 20 मिनट तक इंतजार करना पड़ता था। इससे न केवल आम यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ती थी, बल्कि एंबुलेंस और अन्य आपातकालीन सेवाएं भी कई बार घंटों तक फंस जाती थीं।
स्थानीय लोगों को रोजाना झेलनी पड़ती थी परेशानी
गांवों के लोगों का कहना है कि प्याला फाटक क्षेत्र में प्रतिदिन हजारों वाहन गुजरते हैं। ट्रैक पार करने की जल्दबाजी में कई दोपहिया और चारपहिया चालक जोखिम उठाते थे, जिसके कारण दुर्घटनाएं बढ़ रही थीं। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले वर्षों में यहां कई गंभीर घटनाएं देखी गईं, जिनमें ट्रेन आने से पहले ट्रैक पार करने की कोशिश करने वाले लोग घायल हुए।
फ्लाईओवर से ट्रैफिक जाम की समस्या में बड़ी कमी
फ्लाईओवर बन जाने के बाद प्याला, डीग, सागरपुर समेत आसपास के लगभग 50 गांव सीधे सड़क मार्ग से सुचारू रूप से जुड़ जाएंगे। इससे इन गांवों के लोगों को नेशनल हाईवे–2 और KGP एक्सप्रेसवे तक पहुंचने के लिए रेल फाटक पर रुकना नहीं पड़ेगा। रेलवे के एक अधिकारी ने कहाफ्लाईओवर चालू होने के बाद यहां ट्रैफिक का दबाव काफी कम होगा। आवागमन सुरक्षित होगा और दुर्घटनाओं में भी उल्लेखनीय कमी आएगी।
लोगों को मिलेगा विकास का नया रास्ता
स्थानीय ग्रामीणों ने फ्लाईओवर के निर्माण का स्वागत करते हुए कहा कि यह प्रोजेक्ट आसपास के इलाकों में आर्थिक और सामाजिक गतिविधियों को गति देगा। किसानों और नौकरी करने वाले लोगों के मुताबिक, इस मार्ग के सुगम होने से बाज़ारों और औद्योगिक क्षेत्रों तक पहुंच आसान होगी। इसके अलावा, ट्रैफिक बाधाओं में कमी आने से ईंधन की बचत तो होगी ही, समय की भी काफी बचत होगी।
रेलवे विभाग का दावा—समय पर पूरा होगा काम
स्थानीय प्रशासन और रेलवे विभाग ने दावा किया है कि निर्माण कार्य निर्धारित शेड्यूल के भीतर पूरा कर दिया जाएगा। अधिकारियों ने कहा कि समय-समय पर प्रगति की समीक्षा की जा रही है ताकि निर्माण में कोई देरी न हो। विशेषज्ञों का मानना है कि NCR क्षेत्र में यह फ्लाईओवर ग्रामीण–शहरी संपर्क और इंडस्ट्रियल कनेक्टिविटी दोनों के लिहाज से महत्वपूर्ण साबित होगा।
