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राजस्थान से मध्यप्रदेश के बीच बनेगी चकाचक मलाई जैसी सड़क, सालों बाद होगा बिन रुके सफर

Rawatbhata-Gandhisagar New Road: राजस्थान और मध्यप्रदेश के बीच संपर्क को सुगम बनाने वाली गांधीसागर सड़क के निर्माण की राह अब पूरी तरह साफ हो गई है। लंबे समय से अटकी यह परियोजना अब अंतिम चरण में पहुंच गई है। निविदा प्रक्रिया पूरी होने के बाद कार्य आदेश जारी करने की तैयारी चल रही है।

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राजस्थान से मध्यप्रदेश के बीच बनेगी चकाचक मलाई जैसी सड़क, सालों बाद होगा बिन रुके सफर

Rajasthan News: राजस्थान और मध्यप्रदेश के बीच आवागमन को और सुगम बनाने वाली गांधीसागर सड़क परियोजना को लेकर एक बड़ी प्रगति हुई है। लंबे समय से अटकी यह सड़क अब हकीकत बनने के करीब है। परियोजना की निविदा प्रक्रिया पूरी कर ली गई है और अब कार्य आदेश जारी करने की तैयारी अंतिम चरण में है। इस सड़क के निर्माण से दोनों राज्यों के सीमावर्ती क्षेत्रों में परिवहन और व्यापार को नई रफ्तार मिलने की उम्मीद है। स्थानीय लोगों को भी बेहतर सड़क सुविधा का लाभ मिलेगा, जिससे क्षेत्रीय विकास को गति मिलेगी। सार्वजनिक निर्माण विभाग (PWD) बेगूं-रावतभाटा के अधिशासी अभियंता वीरेंद्र कुमार नायक ने बताया कि वन विभाग की ओर से मांगी गई 69 लाख 55 हजार 800 रुपए की डिमांड राशि 7 अक्टूबर को जमा करा दी गई है। इसके साथ ही वन विभाग से निर्माण स्वीकृति भी मांगी गई है, जो इस माह मिलने की संभावना है।

बरसात में बिगड़ी थी सड़क, अब बनेगी 7 मीटर चौड़ी

रावतभाटा-गांधीसागर सड़क बरसात में गड्ढों में तब्दील हो गई थी, जिससे परमाणु बिजलीघर के श्रमिकों, शिक्षकों और व्यापारियों को रोजाना परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। गांधीसागर पहुंचने के लिए लोगों को रामगंजमंडी होकर लंबा रास्ता तय करना पड़ता है। अब सड़क को 3.75 मीटर से बढ़ाकर 7 मीटर चौड़ा किया जाएगा और मार्ग पर कई पुलियाओं का निर्माण भी होगा। यह सड़क कुल 50 किलोमीटर लंबी है, जिसमें से 11 किलोमीटर हिस्सा मध्यप्रदेश सीमा के अंदर आता है।

वन विभाग की आपत्ति से अटका था काम

दरअसल, यह सड़क 1960 में बनी थी, लेकिन सार्वजनिक निर्माण विभाग का नाम राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज नहीं था, जिसके चलते वन विभाग ने सड़क चौड़ाई बढ़ाने पर आपत्ति जताई थी। बाद में PWD ने 7 करोड़ रुपये जमा कराकर एनओसी हासिल की, लेकिन काम शुरू होने से पहले ही वन विभाग ने 69.55 लाख रुपये की नई डिमांड भेज दी थी। अब यह राशि भी जमा कर दी गई है।

नवंबर में शुरू होगा निर्माण

अधिकारियों के अनुसार, 31 अक्टूबर को निविदा खोली गई, जिसमें सात संवेदकों ने भाग लिया। प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब कार्य आदेश जारी करने की तैयारी चल रही है। उम्मीद है कि नवंबर माह में सड़क निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा, जिसे 15 माह में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।

विधायक ने उठाया मुद्दा

विधायक सुरेश धाकड़ ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात कर सड़क की दुर्दशा पर चिंता जताई थी और परमाणु बिजलीघर क्षेत्र की सुरक्षा व जनहित को ध्यान में रखते हुए निर्माण कार्य जल्द शुरू करने का अनुरोध किया था। यह सड़क तैयार होने के बाद राजस्थान और मध्यप्रदेश के बीच आवागमन आसान हो जाएगा। साथ ही क्षेत्र के औद्योगिक और पर्यटन विकास को भी गति मिलेगी।

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