Two-Wheelers: बाइक खरीदारों के लिए बड़ी अपडेट, सरकार टू-व्हीलर पर घटाएगी जीएसटी

Gst On Bikes: आज के समय में हर कोई अपना फोर व्हीलर या टू व्हीलर खरीदने का मन बनता ही है. सरकार की तरफ से अब बाइक खरीदने वालों को लेकर बड़ी खुशखबरी दी गई है. आने वाले समय में बाइक खरीदना और भी सस्ता हो जाएगा. अगर आप भी बाइक खरीदने का प्लान बना रही है तो सरकार की तरफ से आपको बड़ी सौगात मिलने वाली है. अब बाइक खरीदना पहले से और ज्यादा सस्ता होने वाला है. सरकार की तरफ से दिवाली तक टू व्हीलर पर जीएसटी घटाने का निर्णय लिया गया है.
सरकार की तरफ से दिवाली तक टू व्हीलर ग्राहक के लिए बड़ी खुशखबरी लाएगा. सरकार की तरफ से टू व्हीलर की कीमतों को काम करने की दिशा में तैयारी की जा रही है. बाइकों पर लगने वाला जीएसटी अब कम होने वाला है. सरकार टू-व्हीलर पर GST को दिवाली तक 28–31% से सिर्फ 18–18% तक कम करने की योजना बना रही है। इससे आम लोगों को बहुत फायदा होगा और स्कूटर और बाइक की कीमतें काफी कम होंगी। इसके अलावा, ग्राहकों को दिवाली गिफ्ट के रूप में जेब पर राहत मिलेगी और ऑटो सेक्टर की बिक्री दोगुना होगी।
टू-व्हीलर की कीमतों में होगी कमी
सरकार की तरफ से दिवाली तक टू व्हीलर ग्राहक के लिए बड़ी खुशखबरी लाएगा. सरकार की तरफ से टू व्हीलर की कीमतों को काम करने की दिशा में तैयारी की जा रही है. बाइकों पर लगने वाला जीएसटी अब कम होने वाला है. हालाँकि, दोपहिया वाहनों पर 28 प्रतिशत जीएसटी लगता है। 350cc से अधिक साइकिलों पर 3% का अतिरिक्त सेस लगने से टैक्स 32% बढ़ जाता है। इसलिए टू-व्हीलर आम आदमी की जेब पर भारी पड़ते हैं। लेकिन आने वाले समय में इसमें बहुत बदलाव हो सकता है।
आम आदमी की बाइक
लंबे समय से ऑटोमोबाइल उद्योग ने मांग की है कि बाइकों को "जरूरी साधन" की जगह "लक्जरी आइटम" माना जाए। SIAM (Society of Indian Automobile Manufacturers) ने 18% GST की मांग की थी। हीरो मोटोकॉर्प और होंडा (HMSI) जैसी कंपनियां भी बार-बार कह चुकी हैं कि भारत में लग्जरी बाइक नहीं, बल्कि आम आदमी की बाइक चाहिए। बाइकवाले ने बताया कि सरकार दिवाली से पहले GST 2.0 के तहत पूरे टैक्स प्रणाली को बदलने के लिए तैयार है। 12% और 28% की दरें भी खत्म हो जाएंगी। सिर्फ दो स्लैब होंगे। 18% स्टैंडर्ड सामान और 5% जरूरी सामान का स्लैब रहेगा। Yaani Two-Wheeler पर सीधा 18% GST लागू होगा।
कंपनियों को लाभ होगा
ग्राहकों को इससे लाभ होगा। ग्राहक कम लागत वाले स्कूटर और बाइक खरीद सकते हैं। इससे भी कंपनियों को लाभ होगा। टू-व्हीलर्स की बिक्री बढ़ेगी, खासकर मिडिल-क्लास और रूरल क्षेत्रों में। यह भी अर्थव्यवस्था के लिए बहुत अच्छा है। वृद्धि हुई खपत से बाजार में कैश फ्लो बढ़ेगा। नतीजतन, हर किसी के लिए पहले से ही टू-व्हीलर खरीदना आसान हो जाएगा अगर ये निर्णय दिवाली तक लागू हो जाएंगे। टैक्स कम करने से सरकार, कंपनियों और आम लोगों दोनों को लाभ होगा।