Weather Update: मानसून की विदाई शुरू! अब इस दिन से पड़ेगी 'भयंकर ठंड', मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
Weather Update: भारत में इस साल मानसून की एंट्री 24 मई 2025 को केरल से हो गई थी। इसे 2009 के बाद सबसे जल्दी आगमन माना गया था। भारत में मानसून की बारिश अब तक 778.6 मिलीमीटर की सामान्य बारिश के मुकाबले 836.2 एमएम बारिश दर्ज की गयी है। चलिए जानते हैं विस्तार से कि मानसून के जाने का दौरा कब से शुरू होगा।

Hindi News Line, Weather Update: देश भर में मानसून का दौर चल रहा है। वहीं आने वाले सात दिनों तक उत्तर भारत में बारिश नहीं आने का अनुमान लगाया गया है। हालांकि हिमाचल और उत्तराखंड जैसे पहाड़ी क्षेत्रों में बारिश का दौर जारी रहेगा। बताया जा रहा है कि दक्षिणी पश्चिमी मानसून आज यानी 15 सितंबर से भारत से वापसी शुरू कर सकता है। वहीं अक्टूबर के महीने तक पूरी तरह समाप्त हो जाएगा। वहीं देश के कई राज्यों में 18 सितंबर तक मूसलाधार बारिश और आंधी तूफान के आसार बन रहे हैं।
देश भर का मौसम बदलने शुरू हो गया है और बारिश का दौर रुकता हुआ नजर नहीं आ रहा है। पिछले कई दिनों से लगातार भारी बारिश का दौर चल रहा है। वहीं मौसम विभाग के अनुसार आने वाले एक सप्ताह में कोई खास बदलाव देखने को नहीं मिलेगा। वहीं जम्मू कश्मीर, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिम उत्तर प्रदेश, और राजस्थान में आने वाले 7 दिनों तक बारिश नहीं होने का अनुमान लगाया गया है। वहीं हिमाचल और उत्तराखंड में बारिश का दौर जारी रहेगा।
कब से शुरू होगी मानसून की विदाई?
भारतीय मौसम विभाग के अनुसार दक्षिणी पश्चिमी मानसून 15 सितंबर से उत्तर पश्चिम भारत से वापसी शुरू कर सकता है। आमतौर पर अगर बात की जाए तो मानसून 1 जून तक केरल में एंट्री कर लेता है और 8 जुलाई तक पूरे भारत में फैल जाता है। वहीं अगर विदाई की बात की जाए तो 17 सितंबर के आसपास उत्तर पश्चिमी भारत से वापसी शुरू करता है और 15 अक्टूबर तक पूरी तरह लौट जाता है। मौसम विभाग के अनुसार 15 सितंबर तक राजस्थान के कई हिस्सों से मानसून की विदाई के अनुकूल परिस्थितियाँ बन रही हैं।
यूपी में बारिश का अलर्ट जारी
मानसून की विदाई राजस्थान से भले ही होने जा रही है, लेकिन बिहार और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में अभी भी बारिश का दौर जारी है. मौसम विभाग की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक 18 सितंबर तक मूसलाधार बारिश की संभावना बताई गई है. बिहार के कई जिलों में आंधी तूफान के साथ बारिश का अनुमान है, और बिहार के पास लगते उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में भी भारी बारिश आ सकती है। वहीं राज्यों के कई इलाकों में हवा 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से चलेगी.
इस बार जमकर हुई बारिश
उत्तर भारत में इस बार जमकर बादल बरसे हैं। उत्तर भारत में इस बार 720.4 मिलीलीटर बारिश हुई है, जो सामान्य से 34 फीसदी अधिक है। वही अधिक बारिश होने के कारण कई मौसमी घटनाएं भी देखने को मिलीं। पंजाब को दशकों बाद भीषण बाढ़ का सामना करना पड़ा, जिससे आमजन को भारी परेशानी उठानी पड़ी। उफनती नहरों और नदियों के टूट जाने की वजह से हजारों एकड़ जमीन जलमग्न हो गई और लोगों को विस्थापित होना पड़ा. इसके साथ-साथ हिमाचल और उत्तराखंड के कई शहरों को भी विनाश का सामना करना पड़ा।
इस बार पड़ेगी भयंकर ठंड
बीते सालों के मुकाबले इस साल लोगों को कम गर्मी का सामना करना पड़ा है। इसके साथ-साथ बारिश भी अनुमान के मुताबिक अधिक हुई है। वहीं मौसम विभाग ने बताया कि इस साल ला नीना एक्टिव होने जा रहा है जिसकी वजह से भयंकर ठंड पड़ने वाली है। अमेरिकी नेशनल वेदर सर्विस के क्लाइमेट प्रेडिक्शन सेंटर के अनुसार अक्टूबर से दिसंबर 2025 के बीच ला नीना के एक्टिव होने की 71% संभावना है, जिसकी वजह से भारत को सामान्य से अधिक सर्दी का सामना करना पड़ेगा, जिससे भारत की सर्दियाँ सामान्य से अधिक ठंडी रहने वाली हैं।
जानकारी के अनुसार बता दें कि ला नीना एक प्राकृतिक मौसम में बदलाव है जो प्रशांत सागर में होता है। यह बदलाव वहां के समुद्री पानी के तापमान से जुड़ा होता है। जब समुद्र का पानी सामान्य से ठंडा हो जाता है तो उसे ला नीना बोला जाता है। इसी का असर दुनिया भर के मौसम पर देखने को मिलता है; कहीं बारिश अधिक होती है तो कहीं ठंड ज्यादा बढ़ने लगती है।