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Weather News: यूपी, दिल्ली, पंजाब में ला नीना से अक्टूबर से पड़ेगी कड़कड़ाती ठंड, जानिए मौसम का नया पूर्वानुमान!

La Nina Effect on Indian Winters: जैसा की हम जानते है अब मानसून का सीजन अब अपने आखिरी चरण में चल रहा है। सितंबर के बाद बारिश का असर कम होते ही, लोगों की नजरें आने वाली सर्दियों पर टिक जाती हैं। चलिए जानते है मौसम की ताजा जानकारी 

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 यूपी, दिल्ली, पंजाब में ला नीना का प्रभाव अक्टूबर से पड़ेगी कड़कड़ाती ठंड

Hindi News Line, La Nina Effect on Indian Winters: मानसून का सीजन अब अपने आखिरी चरण में चल रहा है। सितंबर के बाद जैसे ही बारिश का असर कम होता है, लोगों की नजरें आने वाली सर्दियों पर टिक जाती हैं। इस बार चर्चा का बड़ा विषय है- ला नीना (La Nina Winter India)। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि जिस तरह मानसून सीजन में बारिश सामान्य से ज्यादा दर्ज की गई, उसी तरह आने वाले महीनों में ठंड भी ज्यादा पड़ सकती है। आइए जानते हैं कि आखिर ला नीना मौसम क्या है (What is La Nina Weather) और इसका भारत की सर्दियों पर क्या असर होगा।

ला नीना क्या है?

ला नीना प्रशांत महासागर में होने वाली एक जलवायु परिघटना (La Nina Climate Phenomenon) है। इसमें समुद्र की सतह का तापमान सामान्य से ठंडा हो जाता है। इसे ENSO cycle का " ठंडा फेज" कहा जाता है। यह अल नीनो (El Nino) के ठीक उलट होता है। अल नीनो के समय समुद्र का तापमान गर्म हो जाता है जबकि La Nina Pacific Ocean को ठंडा कर देता है। इसी वजह से विश्व के अलग-अलग हिस्सों में मौसम का पैटर्न बदल जाता है।

भारत में ला नीना का असर

भारत जैसे देश, जो भूमध्य रेखा के पास हैं, पर ला नीना का असर साफ देखने को मिलता है। मानसून के दौरान जहां यह ज्यादा बारिश का कारण बन सकता है, वहीं सर्दियों में यह cold waves in India (ला नीना से सर्दी) को और ज्यादा बढ़ा देता है। मौसम विभाग (IMD) और विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO report) दोनों का अनुमान है कि इस साल अक्टूबर से दिसंबर के बीच ला नीना सक्रिय रहेगा।

उत्तर भारत के राज्यों – उत्तर प्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और राजस्थान में इसका सीधा असर दिख सकता है। यहाँ दिसंबर-जनवरी में सामान्य से ज्यादा ठंड और शीतलहर (La Nina Cold Waves) पड़ने की संभावना है।

यूपी का मौसम (UP Ka Weather)

फिलहाल UP News (यूपी न्यूज) की बात करें तो मानसून विदाई की ओर है। लेकिन मौसम विभाग का कहना है कि पूर्वी यूपी में अभी हल्की बारिश जारी रह सकती है। पश्चिमी यूपी में मौसम शुष्क बना रहेगा। इस बीच सवाल यह भी उठ रहा है कि क्या भारी बारिश के बाद UP Ka Weather Alert अब भीषण ठंड का सामना करेगा?

विशेषज्ञों का कहना है कि अगर ला नीना मजबूत रहता है तो उत्तर प्रदेश (Weather of UP) में दिसंबर से लेकर फरवरी तक ठंड सामान्य से ज्यादा हो सकती है। यानी, बारिश का असर खत्म होते ही लोग जल्द ही कड़कड़ाती ठंड महसूस कर सकते हैं।

पिछले सालों का रिकॉर्ड

अगर पिछले कुछ वर्षों पर नजर डालें तो 2022 और 2023 में मानसून असंतुलित रहा। कभी ज्यादा बारिश, तो कभी सामान्य से कम। 2023 में खासतौर पर उत्तर भारत में अल नीनो का असर दिखा, जिससे बारिश कमजोर हुई और गर्मी ज्यादा रही। लेकिन अब 2024 के आखिर में La Nina IMD Forecast के अनुसार ठंड का असर ज्यादा दिखने वाला है।

क्या कहते हैं मौसम वैज्ञानिक?

मौसम वैज्ञानिकों ने बताया है कि ला नीना के दौरान प्रशांत महासागर का ठंडा होना से भारत की सर्दियों को सीधे प्रभावित करता है। इसका असर खासतौर पर उत्तर भारत और मध्य भारत पर पड़ता है। यही कारण है कि Winters in India इस साल लंबी और ठंडी होने का अनुमान है।

हालांकि, WMO का यह भी कहना है कि वैश्विक स्तर पर तापमान औसत से ऊपर ही रह सकता है। यानी, दुनिया के कई हिस्सों में गर्मी बनी रहेगी, लेकिन भारत जैसे देशों में ठंड ज्यादा महसूस होने वाली है।

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